हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "नहजुल फसाहा" पुस्तक से लिया गया हैं इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:
:قال رسول اللہ صلی اللہ علیه وآله
أكرِموا العلَماءَ فانّهم ورثةُ الانبیاءِ فَمَن أكرَمَهُم فَقد أكرَمَ اللهَ ورسولَه.
हज़रत रसूल अल्लाह स.ल.ने फरमाया:
उलमा का सम्मान करो क्योंकि वे पैग़म्बरों के वारिस हैं। इसलिए जो उनका सम्मान करेगा, मानो उसने ख़ुदा और उसके रसूल का सम्मान किया।
नहजुल फसाहा,हदीस 450
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